Gyanvapi Survey Report :वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद मामले में एक नया मोड़ आ गया है .भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की सर्वेक्षण रिपोर्ट में मंदिर के प्रमाण मिलने का दावा किया गया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में एक शिवलिंग मिला है. जो कि प्राचीन हिंदू मंदिर का हिस्सा हो सकता है.
एएसआई की रिपोर्ट के मुताबिक वजूखाने में मिले शिवलिंग का व्यास करीब 12 फीट है और यह 5 फीट गहराई में है. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वजूखाने की दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों और प्रतीक चिन्हों के निशान भी मिले हैं.
एएसआई रिपोर्ट के मुख्य बिंदु
- ज्ञानवापी मस्जिद के वजूखाने में एक शिवलिंग मिला है. जो कि प्राचीन हिंदू मंदिर का हिस्सा हो सकता है.
- शिवलिंग का व्यास करीब 12 फीट है और यह 5 फीट गहराई में है.
- वजूखाने की दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियों और प्रतीक चिन्हों के निशान भी मिले हैं.
एएसआई रिपोर्ट के बाद हिंदू पक्षकारों की प्रतिक्रिया
Gyanvapi Survey Report : एएसआई रिपोर्ट के बाद ज्ञानवापी मस्जिद मामले में हिंदू पक्षकारों ने जीत का दावा किया है. हिंदू पक्ष का कहना है कि रिपोर्ट से यह स्पष्ट हो गया है. कि ज्ञानवापी मस्जिद के स्थान पर पहले एक हिंदू मंदिर था.
हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने कहा कि एएसआई रिपोर्ट में मिले प्रमाण इस बात की पुष्टि करते हैं. कि ज्ञानवापी मस्जिद का निर्माण एक हिंदू मंदिर के अवशेषों पर किया गया था. उन्होंने कहा कि यह रिपोर्ट हिंदू पक्ष के दावों को सही साबित करती है.
एएसआई रिपोर्ट के बाद मुस्लिम पक्ष की प्रतिक्रिया
Gyanvapi Survey Report :वहीं, मुस्लिम पक्ष ने एएसआई की रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. मुस्लिम पक्ष का कहना है कि वजूखाने में मिला शिवलिंग एक प्राकृतिक पत्थर है. जिसे हिंदू पक्ष द्वारा शिवलिंग बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है.
मुस्लिम पक्ष के वकील अभय नाथ यादव ने कहा कि एएसआई रिपोर्ट में मिले प्रमाण अपर्याप्त हैं .और यह कहना जल्दबाजी होगी कि ज्ञानवापी मस्जिद के स्थान पर पहले एक हिंदू मंदिर था. उन्होंने कहा कि मुस्लिम पक्ष इस रिपोर्ट को चुनौती देगा.
एएसआई रिपोर्ट के बाद विशेषज्ञों की राय
एएसआई रिपोर्ट के बाद विशेषज्ञों की राय भी बंट गई है . कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि रिपोर्ट में मिले प्रमाण से यह स्पष्ट हो गया है .कि ज्ञानवापी मस्जिद के स्थान पर पहले एक हिंदू मंदिर था. वहीं कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि रिपोर्ट में मिले प्रमाण अपर्याप्त हैं .और यह कहना जल्दबाजी होगी कि ज्ञानवापी मस्जिद के स्थान पर पहले एक हिंदू मंदिर था.
सामाजिक और राजनीतिक प्रभाव
एएसआई रिपोर्ट के बाद ज्ञानवापी मस्जिद मामले में सामाजिक और राजनीतिक हलचल तेज हो गई है. हिंदू पक्ष इस रिपोर्ट को अपने पक्ष में एक बड़ी जीत के रूप में देख रहा है. वहीं मुस्लिम पक्ष इस रिपोर्ट को खारिज कर रहा है और इसे हिंदू पक्ष द्वारा साजिश करार दे रहा है.
अगली सुनवाई
Gyanvapi Survey Report : एएसआई रिपोर्ट के बाद ज्ञानवापी मस्जिद मामले में अगली सुनवाई 3 अगस्त को होनी है. इस सुनवाई में कोर्ट एएसआई की रिपोर्ट पर विचार करेगा और आगे की कार्रवाई के निर्देश देगा ज्ञानवापी मस्जिद मामले में एएसआई की रिपोर्ट एक महत्वपूर्ण मोड़ है. इस रिपोर्ट से इस मामले में नए विवाद पैदा हो सकते हैं. यह देखना होगा कि कोर्ट एएसआई की रिपोर्ट पर क्या फैसला सुनाता है.
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