PM Vishwakarma Yojana 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2023 को “विश्वकर्मा दिवस” के मौके पर 17 सितंबर 2023 को एक नई योजना लॉन्च की है. जिसका नाम PM Vishwakarma Yojana है. इस योजना का मकसद देश के पारंपरिक शिल्पकारों और कारीगरों की मदद करना है . ताकि वे अपने हुनर को और निखार सकें और अपने उत्पादों की बिक्री बढ़ा सकें तो अगर आप भी कोई शिल्पकार या कारीगर हैं. तो जल्द से जल्द इस योजना के लिए रजिस्ट्रेशन कराएं और अपने हुनर को नई ऊंचाइयों पर ले जाएं.
पीएम विश्वकर्मा योजना 2024
वित्तीय सहायता:
कारीगरों और शिल्पकारों को 3 लाख रुपये तक का ऋण मिल सकता है. यह ऋण दो चरणों में दिया जाता है:
पहला चरण: 1 लाख रुपये तक का ऋण व्यवसाय शुरू करने या अन्य जरूरतों के लिए दिया जाता है.
दूसरा चरण: 2 लाख रुपये तक का ऋण व्यवसाय के विस्तार या अन्य जरूरतों के लिए दिया जाता है.
इन ऋणों पर ब्याज दरें बाजार भाव से कम होती हैं और सरकार अतिरिक्त सब्सिडी भी देती है.
कौशल विकास प्रशिक्षण:
योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को उनकी कौशल को और निखारने के लिए प्रशिक्षण दिया जाता है . यह प्रशिक्षण विभिन्न कारीगरियों जैसे बढ़ईगीरी, लोहार, कुम्हार, दर्जी, इलेक्ट्रीशियन, प्लंबर आदि में दिया जाता है. प्रशिक्षण कार्यक्रमों में सैद्धांतिक और व्यावहारिक दोनों तरह का प्रशिक्षण शामिल होता है।.
बाजार पहुंच:
योजना कारीगरों और शिल्पकारों को अपने उत्पादों का बाजार तक पहुंचाने में भी मदद करती है. सरकार उन्हें प्रदर्शनियों और मेलों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती है और राष्ट्रीय विपणन समिति (एनसीएम) उनके उत्पादों को ब्रांड बनाने गुणवत्ता प्रमाणन दिलाने, ई-कॉमर्स से जोड़ने और व्यापार मेलों में भाग लेने में सहयोग करती है.
अन्य लाभ:
योजना के तहत कारीगरों और शिल्पकारों को ऋण पर ब्याज सब्सिडी, डिजिटल लेनदेन पर प्रोत्साहन, बीमा योजनाओं का लाभ, और अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती हैं.
पीएम विश्वकर्मा योजना क्या है
सरकार ने कारीगरों और शिल्पकारों के लिए खास योजना शुरू की है. जिसका नाम पीएम विश्वकर्मा योजना या पीएम विकास योजना है. इसे 17 सितंबर 2023 को लॉन्च किया गया था. इस योजना का लक्ष्य देश के पारंपरिक हुनर को नई ऊंचाइयों पर ले जाना है.
इस योजना में सरकार 18 तरह के काम करने वाले लोगों को मदद देगी. जैसे – बढ़ई, लोहार, सुनार, कुम्हार, दर्जी, जुलाहा, राजमिस्त्री, etc। योजना के तहत उन्हें ये फायदे मिलेंगे.
नई स्किल्स सीखें: सरकार उन्हें मुफ्त में नई तकनीक और डिजाइन सीखने का प्रशिक्षण देगी.
आधुनिक औजार पाएं: उन्हें जरूरी औजार खरीदने के लिए आर्थिक मदद मिलेगी.
कम ब्याज में लोन: अपना कारोबार बढ़ाने के लिए उन्हें कम ब्याज पर लोन मिलेगा.
बाजार से जुड़ाव: सरकार उनके उत्पादों को बेचने में भी मदद करेगी.
ये तो हुए कुछ बड़े फायदे बाकी भी कई सारी छूट और मदद इस योजना में दी जा रही है. तो देर किस बात की? अगर आप भी कोई कारीगर या शिल्पकार हैं. तो जल्द से जल्द इस योजना का लाभ उठाएं और अपने हुनर को चमकाएं.
पीएम विश्वकर्मा योजना का उद्देश्य
सरकार ने “पीएम विश्वकर्मा योजना” शुरू की है. जिसका लाभ लेने के लिए आप पात्र हैं तो आपको कई शानदार सुविधाएं मिलेंगी.
- आपको एक खास “विश्वकर्मा प्रमाण पत्र” और “विश्वकर्मा पहचान पत्र” दिया जाएगा. जो आपके हुनर का प्रमाण होगा और नौकरी पाने में भी मदद करेगा.
- सरकार आपको 5-7 दिन का बुनियादी प्रशिक्षण और 15 दिन या उससे ज्यादा की ट्रेनिंग देगी. इन ट्रेनिंग के दौरान आपको हर दिन ₹500 का स्टाइपेंड भी मिलेगा.
- ट्रेनिंग शुरू होने पर आपको ₹15,000 तक के इलेक्ट्रॉनिक वाउचर दिए जाएंगे . जिनसे आप अपने काम के लिए जरूरी उपकरण खरीद सकते हैं.
- अपना खुद का कारोबार शुरू करने के लिए आपको ₹3 लाख तक का आसान लोन मिलेगा. इस लोन को आपको दो किस्तों में चुकाना होगा. पहली किस्त ₹1 लाख और दूसरी ₹2 लाख. ब्याज दर भी काफी कम है, सिर्फ 5%. तो देर किस बात की? इस योजना का लाभ उठाएं और अपने हुनर को नई ऊंचाइयों.
पीएम विश्वकर्मा योजना पात्रता
सरकार की नई पीएम विश्वकर्मा योजना पारंपरिक हुनर रखने वालों के लिए बेहतरीन मौका है. लेकिन ये योजना सिर्फ हर किसी के लिए नहीं है. तो पहले ये जान लीजिए कि इसमें आप शामिल हो सकते हैं या नहीं.
आपके लिए ये खुशखबरी है अगर:
आप खुद का काम करते हैं, हाथों और औजारों की मदद से कोई पारंपरिक शिल्प या कारीगरी करते हैं.
आप इन 18 कामों में से कोई एक करते हैं.
- बढ़ई
- नाव बनाने वाला
- हथियार बनाने वाला
- लोहार
- हथौड़ी और उपकरण बनाने वाला
- ताला बनाने वाला
- सुनार
- कुम्हार
- मूर्तिकार/पत्थर तराशने वाला/पत्थर तोड़ने वाला
- मोची/जूता बनाने वाला/जूती बनाने वाला
- राजमिस्त्री
- टोकरी बनाने वाला/टोकरी बुनने वाला/चटाई बनाने वाला/नारियल के रेशे से सामान बनाने वाला/झाड़ू बनाने वाला
- गुड़िया और खिलौना बनाने वाला (परंपरागत)
- नाई
- माला बनाने वाला
- धोबी
- दर्जी
- मछली पकड़ने का जाल बनाने वाला
- आपकी उम्र कम से कम 18 साल है
इस योजना में शामिल होने के लिए कुछ ज़रूरी बातें हैं, जिन्हें आपको मानना होगा
आप पहले से किसी और योजना का लाभ उठा रहे हैं? तो हो सकता है यह योजना आपके लिए न हो.
रजिस्ट्रेशन के समय आप जिस काम में लगे हैं. उसे उसी समय से कर रहे हों, बीच में कोई ब्रेक नहीं लेना चाहिए.पहले से ही खुद का कारोबार शुरू करने के लिए केंद्र या राज्य सरकार की किसी क्रेडिट-आधारित योजना (PMEGP, PM SVANidhi, MUDRA योजना) का लोन नहीं लिया होना चाहिए. पिछले 5 साल में इन योजनाओं से कोई लाभ नहीं लिया हो. एक परिवार से सिर्फ एक सदस्य को ही इस योजना का लाभ मिल सकता है. ‘परिवार’ का मतलब पति, पत्नी और अविवाहित बच्चे होंगे.
सरकारी नौकरी वाले ध्यान दें
सरकारी नौकरी में काम करने वाले और उनके परिवार के सदस्य इस योजना के लिए पात्र नहीं हैं. तो, अगर आप इन शर्तों को पूरा करते हैं, तो जल्द से जल्द रजिस्ट्रेशन कराएं और पीएम विश्वकर्मा योजना.
पीएम विश्वकर्मा योजना दस्तावेज
- आधार कार्ड
- मतदाता पहचान पत्र
- व्यवसाय का प्रमाण
- मोबाइल नंबर
- बैंक के खाते का विवरण
- आय प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण पत्र (यदि लागू हो)
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